सीतामढ़ी: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जीविका कार्यों की समीक्षा, महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया जोर

सीतामढ़ी: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जीविका कार्यों की समीक्षा, महिलाओं के सशक्तिकरण पर दिया जोर

सीतामढ़ी समाहरणालय स्थित विमर्श सभा कक्ष में जिलाधिकारी रिची पांडेय की अध्यक्षता में बुधवार को जीविका द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जीविका समूहों की प्रभावशीलता बढ़ाने और महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जीविका समूहों को और सक्रिय करने का निर्देश
जिलाधिकारी ने डीपीएम जीविका को निर्देश दिया कि सभी नगर निकाय क्षेत्रों में जीविका समूहों को और प्रभावी तरीके से विकसित और सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि जीविका दीदियों को आयुष्मान भारत कार्ड के लाभ से आच्छादित कराते हुए "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही, जेंडर रेशियो में सुधार के लिए परिवारों की काउंसलिंग और बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
जीविका समूहों की उपलब्धियों पर प्रस्तुत की गई रिपोर्ट
बैठक के दौरान डीपीएम जीविका ने जिले में चल रहे जीविका समूहों और उनकी उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया:

38865 जीविका समूह जिले में संचालित हैं, जिनमें से 38267 समूहों के बचत खाते खोले जा चुके हैं।

प्रारंभिक निवेश निधि के रूप में 228.68 करोड़ रुपये और बैंक लिंकेज के तहत 386.81 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की गई।

2725 ग्राम संगठन और 52 संकुल स्तरीय संघ कार्यरत हैं।
नीरा उत्पादक समूह की संख्या 12 है, जिससे जुड़े 391 किसान अब तक 2,14,735 लीटर नीरा का उत्पादन कर चुके हैं।

दीदी की नर्सरी के माध्यम से 243742 पौधे तैयार किए गए हैं, जबकि तीन सामुदायिक पुस्तकालयों में 450 विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।


लखपति दीदियों की संख्या बढ़ी
डीपीएम ने बताया कि सतत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित 2797 दीदियां 10,000 रुपये मासिक आय प्राप्त कर लखपति दीदी बन चुकी हैं। जिले में कुल 145000 से अधिक दीदियां 10,000 रुपये प्रतिमाह से अधिक आय अर्जित कर रही हैं।

स्वरोजगार और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सफलता

आर शेट्टी द्वारा 7911 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिनमें से 5630 युवा स्वरोजगार से जुड़ चुके हैं।

सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 7004 लक्षित परिवारों के बैंक खाते खुलवाए गए और 6770 परिवारों को जन वितरण प्रणाली के अंतर्गत राशन कार्ड प्रदान किए गए।

बैठक में बताया गया कि डुमरा और बाजपट्टी में मशरूम एवं सब्जी क्लस्टर बनाए गए हैं। पुपरी में भी मशरूम क्लस्टर के निर्माण की प्रक्रिया जारी है।

सार्वजनिक सेवा योजनाओं में योगदान

बीआर अंबेडकर 10+2 स्कूल में 300 बच्चों और सदर अस्पताल में 150 मरीजों को प्रतिदिन "दीदी के रसोई" से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

प्रधानमंत्री एफएमई योजना के तहत 514 लाभार्थियों को सीड कैपिटल फंड प्रदान किया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जीविका के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों से महिलाओं को जोड़ने में पूरी प्रतिबद्धता दिखाई जाए। इन कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक रूप से भी सशक्त बनाने का प्रयास किया जाए।

बैठक में जिला जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, डीपीएम जीविका, सभी बीपीएम, जीविका के अन्य प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।


तिरहुत लाइव सीतामढ़ी ब्यूरो चीफ उमेश ठाकुर की रिपोर्ट 

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