पूर्व सैनिक दिवस पर सीतामढ़ी में पतंगबाजी महोत्सव का आयोजन, बच्चों ने दिखाया उत्साह
पूर्व सैनिक दिवस पर सीतामढ़ी में पतंगबाजी महोत्सव का आयोजन, बच्चों ने दिखाया उत्साह
सीतामढ़ी, बसवरिया :- वेटरन्स इंडिया सीतामढ़ी (अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संगठन) द्वारा बसवरिया में पूर्व सैनिक दिवस (वेटरन्स डे) के अवसर पर स्थानीय बच्चों के बीच एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर पतंगबाजी महोत्सव का भी आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व सैनिक अनिल कुमार ने बताया कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं द्वारा हर वर्ष 14 जनवरी को पूर्व सैनिक दिवस मनाया जाता है। यह दिन सशस्त्र सेनाओं के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्ति ली थी। यह दिन पूर्व सैनिकों की राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और बलिदान को सम्मानित करने के लिए समर्पित है।
संरक्षक डॉ. प्रतिमा आनंद ने बताया कि चूंकि 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व भी है और इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है, इसलिए बच्चों के बीच पतंग वितरित कर हर्षोल्लास के साथ यह महोत्सव मनाया गया।
कार्यक्रम में पतंग उड़ाने की प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें सूरज कुमार ने प्रथम स्थान, रवि कुमार ने द्वितीय स्थान, और जेम्स ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए, जबकि अन्य सहभागी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया।
युवा टीम के अध्यक्ष मुकेश यादव और सचिव पंकज कुमार झा ने बच्चों को चॉकलेट और बिस्किट वितरित किए। बच्चों ने "जय हिंद" के नारों के साथ उपस्थित पूर्व सैनिकों का सैल्यूट कर स्वागत और सम्मान किया। इस दौरान सूबेदार लक्ष्मी प्रसाद ने बच्चों को भारतीय सैनिकों की वीरता और शौर्य की कहानियां सुनाईं, जिससे बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत हुई।
इस कार्यक्रम का संयोजन पूर्व सैनिक अनिल कुमार द्वारा किया गया। इसमें प्रमुख रूप से अध्यक्ष सुबेदार मेजर रामबाबू महतो, हवलदार वीरेंद्र यादव, राम इकबाल भगत, ओमप्रकाश सिंह, राजकिशोर प्रसाद, रंधीर कुमार, श्रवण कुमार, हीरा कुमार, और चंदन कुमार समेत सैकड़ों स्थानीय महिला-पुरुष और बच्चों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम ने न केवल बच्चों के बीच आनंद और उत्साह का माहौल बनाया, बल्कि उन्हें भारतीय सेना के प्रति सम्मान और अपनी संस्कृति से जुड़ने का संदेश भी दिया।
तिरहुत लाइव सीतामढ़ी ब्यूरो चीफ उमेश ठाकुर की रिपोर्ट
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें