सुरसंड: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ममता कार्यकर्ताओं को 2 वर्षों से नहीं मिला वेतन, प्रशासन से लगाई गुहार
सुरसंड: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ममता कार्यकर्ताओं को 2 वर्षों से नहीं मिला वेतन, प्रशासन से लगाई गुहार
सुरसंड (सीतामढ़ी): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में कार्यरत चार ममता कार्यकर्ताओं को लगभग दो वर्षों से मानदेय नहीं मिला है। इन महिलाओं को अपनी मेहनत की राशि के लिए दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मानदेय भुगतान में इस अनियमितता से ममता कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी और निराशा है।
ममता कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे घर-घर जाकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और अन्य लोगों तक स्वास्थ्य विभाग के संदेश पहुंचाने का कार्य करती हैं। इसके साथ ही वे ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल तक लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। बावजूद इसके, उन्हें अपने काम का मेहनताना पिछले दो वर्षों से नहीं दिया गया है।
प्रशासन से बार-बार की गई गुहार
वेतन न मिलने से परेशान ममता कार्यकर्ताओं ने कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया। लेकिन, अब तक उन्हें केवल आश्वासन ही मिला है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरके सिंह ने इस संबंध में कहा, "बहुत जल्द इन ममता कार्यकर्ताओं का बकाया मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा।"
जमीनी हालात पर सवाल
ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में ममता कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये कार्यकर्ता न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को गांवों तक पहुंचाती हैं, बल्कि ग्रामीण समुदाय को जागरूक करने का कार्य भी करती हैं। ऐसे में उनका वेतन लंबित रहना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।
प्रभावित ममता कार्यकर्ताओं की अपील
वेतन न मिलने के कारण ममता कार्यकर्ता आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्या का समाधान करने की मांग की है।
तिरहुत लाइव सुरसंड नगर संवाददाता करण कुमार की रिपोर्ट
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