बिहार के विद्वानों की इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका
बिहार के विद्वानों की इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका
पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला, पंजाब में आयोजित इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के 83वें अधिवेशन में बिहार के कई विद्वानों ने अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई। तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष और बिहार इतिहास परिषद के सचिव, प्रो. (डॉ.) दयानंद राय और मुरारका कॉलेज, सुल्तानगंज के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) अमरकांत सिंह को निर्विरोध रूप से इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।
इसके साथ ही पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सुनीता शर्मा को मध्यकालीन प्रभाग की प्रभागाध्यक्ष और मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के प्रो. मुकेश कुमार को कार्यकारिणी सदस्य के रूप में चुना गया।
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के इतिहास विभाग के पूर्व छात्र संघ सचिव और युवा शिक्षाविद डॉ. मो. जमील हसन अंसारी ने इन विद्वानों को अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह बिहार के इतिहास और संस्कृति के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिस पर पूरे राज्य को गर्व है।
इसके अतिरिक्त, डॉ. के. के. मंडल, डॉ. रविशंकर कुमार चौधरी, डॉ. अंशुमान सुमन, डॉ. कमल शिवकांत हरि, डॉ. शशिकांत, डॉ. अभिमन्यु, डॉ. प्रशांत, डॉ. मुरारी, आदित्य, डेविड और प्रिंस सहित कई अन्य शिक्षाविदों ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
तिरहुत लाइव संवाददाता रुपेश कुमार की रिपोर्ट
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