आचार्य किशोर कुणाल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, हाजीपुर के कौनहारा घाट पर हजारों ने दी अंतिम विदाई

आचार्य किशोर कुणाल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, हाजीपुर के कौनहारा घाट पर हजारों ने दी अंतिम विदाई

वैशाली:- पूर्व आईपीएस अधिकारी, महावीर मंदिर न्यास के सचिव, बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष और महावीर कैंसर संस्थान के संस्थापक आचार्य किशोर कुणाल जी का अंतिम संस्कार हाजीपुर के प्रसिद्ध कौनहारा घाट पर संपन्न हुआ। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर उन्हें अश्रुपूर्ण विदाई दी।

हजारों ने दी श्रद्धांजलि
आचार्य किशोर कुणाल जी के अंतिम संस्कार में न्यास से जुड़े अस्पतालों के चिकित्सक, कर्मचारी, पटना विश्वविद्यालय के शिक्षक, छात्र, उनके करीबी सहयोगी, उत्तर प्रदेश और बिहार से आए विभिन्न आचार्य, धर्माचार्य और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। हाजीपुर के कौनहारा घाट पर आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने अपने प्रिय नेता और समाजसेवी को अंतिम विदाई दी।

समाजसेवा और धर्म के प्रति अद्वितीय योगदान
आचार्य किशोर कुणाल जी का जीवन समाजसेवा, मंदिर निर्माण और धार्मिक ग्रंथों के संरक्षण के प्रति समर्पित रहा। उनके प्रयासों से महावीर कैंसर संस्थान जैसे संस्थान स्थापित हुए, जो आज लाखों मरीजों को जीवनदान दे रहे हैं। महावीर मंदिर को भारत के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में बदलने में उनकी अहम भूमिका रही। साथ ही, धार्मिक ग्रंथों के संरक्षण और पुनः प्रकाशन के क्षेत्र में भी उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य किए।

आचार्य किशोर कुणाल जी के विचार और आदर्श आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे। उनके निधन से न केवल धार्मिक क्षेत्र बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों में भी एक बड़ा शून्य उत्पन्न हुआ है। उनके कार्यों और समाजसेवा को हमेशा याद रखा जाएगा।

समाज में उनके योगदान का प्रभाव
उनके निधन पर बिहार और देश के विभिन्न हिस्सों से शोक संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। महावीर मंदिर न्यास ने उनके योगदान को अमूल्य बताते हुए कहा कि उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। उनके विचार और सेवा का असर समाज के हर वर्ग पर पड़ा है, जो उन्हें हमेशा एक आदर्श व्यक्ति के रूप में याद रखेगा।

आचार्य किशोर कुणाल जी का जाना बिहार और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

तिरहुत लाइव वैशाली ब्यूरो चीफ प्रेम शंकर सिंह की रिपोर्ट 

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