झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से महिला की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से महिला की मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

सुरसंड :- सुरसंड थाना क्षेत्र के रधाउर पंचायत अंतर्गत मकुनहिया गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर के इलाज ने एक महिला की जान ले ली। महिला प्राथमिक विद्यालय में रसोईया के तौर पर कार्यरत थी और अपने चार बच्चों की परवरिश अकेले कर रही थी। इस घटना ने इलाके में शोक के साथ-साथ आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है।

इलाज के दौरान मौत का मामला

घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, महिला को हल्की स्वास्थ्य समस्या हुई थी। पारिवारिक आर्थिक तंगी के कारण उसने किसी बड़े अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करने की जगह गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर के पास जाना उचित समझा। डॉक्टर ने उसे कुछ दवाइयां दीं और इंजेक्शन लगाया। दवा का असर उल्टा हुआ, जिससे महिला की तबीयत और बिगड़ गई। जल्द ही उसने दम तोड़ दिया।

मृतका के पीछे चार मासूम बच्चे

मृत महिला के परिवार में चार छोटे बच्चे हैं। इनमें से एक बच्ची मात्र दो महीने की है। महिला के कमाने की वजह से परिवार किसी तरह जीवन गुजार रहा था। अब उसकी मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में अब कोई कमाने वाला नहीं है, जिससे उनके भविष्य पर गंभीर संकट मंडरा रहा है।

ग्रामीणों में गुस्सा, प्रशासन पर सवाल

इस घटना के बाद मकुनहिया गांव और आसपास के इलाके में गुस्सा देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टरों की मनमानी लंबे समय से चल रही है, लेकिन प्रशासन इन्हें रोकने में असफल रहा है।

एक ग्रामीण ने बताया, "गांव में ऐसे फर्जी डॉक्टरों की भरमार है। ये लोग बिना किसी योग्यता और लाइसेंस के इलाज करते हैं। इन्हीं की वजह से कई बार ऐसे हादसे होते हैं।"

प्रशासन की चुप्पी और कार्रवाई की मांग

यह पहली बार नहीं है जब झोलाछाप डॉक्टर के कारण किसी की जान गई हो। बावजूद इसके, स्थानीय प्रशासन इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कदम उठाने में असफल रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस डॉक्टर को तुरंत गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

स्थानीय नेता भी मामले में सक्रिय हुए

इस घटना के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मृतक परिवार की मदद और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही है।

मृतक परिवार को आर्थिक मदद की जरूरत

मृतका के चार बच्चों और परिवार की दयनीय स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों ने प्रशासन और राज्य सरकार से तुरंत आर्थिक मदद की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि परिवार को कम से कम आर्थिक सहायता और बच्चों के लिए शिक्षा एवं पालन-पोषण की व्यवस्था होनी चाहिए।

ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

तिरहुत लाइव न्यूज सुरसंड नगर संवाददाता करण कुमार की विशेष रिपोर्ट।

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